ये तौर, ये तरीके, बनाए किसने! ये तौर, ये तरीके, बनाए किसने!
वक़्त का तकाज़ा तो देखो यहां रेत भी निचोड़ा जाएगा वक़्त का तकाज़ा तो देखो यहां रेत भी निचोड़ा जाएगा
खग जग हो या जंगल भारी सब संभव जब संंग ईक नारी।। खग जग हो या जंगल भारी सब संभव जब संंग ईक नारी।।
इस फीकी तबस्सुम में लिपटे हुए हम कुछ खोने का ग़म कुछ पाने की आश में डूबे हुए हम। इस फीकी तबस्सुम में लिपटे हुए हम कुछ खोने का ग़म कुछ पाने की आश में डूबे हुए ह...